Computer Virus के बारे में तो आपने सुना ही होगा। कंप्यूटर में वायरस आने की वजह से यूजर्स को बड़ी समस्या और नुकसान का सामना करना पड़ता है। कुछ कंप्यूटर वायरस कम खतरनाक तो कुछ वायरस बहुत ज्यादा खतरनाक होते हैं। आपने ऐसे कई कंप्यूटर वायरस के नाम सुने होंगे। लेकिन आज इस आर्टिकल में हम आपको दुनिया के सबसे खतरनाक कंप्यूटर वायरस के बारे में बता रहे हैं। तो चलिए जानते हैं, Top 10 Most Dangerous Computer Virus of the World in Hindi.
कंप्यूटर वायरस एक ऐसी चीज है जो अगर एक बार कंप्यूटर में घुस जाए तो पूरे सिस्टम को क्रैश कर सकता है। कंप्यूटर वायरस दीमक की तरह कंप्यूटर डाटा को नष्ट कर देता है। इसलिए हर उपयोगकर्ता कंप्यूटर वायरस के नाम से भी डरता है।
कुछ कंप्यूटर वायरस तो इतने ज्यादा खतरनाक होते हैं कि वह आपकी पूरे कंप्यूटर सिस्टम को ही खराब कर देते हैं। इसीलिए इससे बचने के लिए हम Anti-virus का इस्तेमाल करते हैं।
अगर आप कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट और मोबाइल इस्तेमाल करते हैं तो आपको Malware Viruses के बारे में मालूम होना चाहिए। इस पोस्ट में आपको संसार के सबसे खतरनाक 10 कंप्यूटर वायरस की जानकारी मिलेगी।
आइए जानते हैं, दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कंप्यूटर वायरस कौन-कौन से हैं?
Table of Contents
- ये है दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कंप्यूटर वायरस
- 1. आई लव यू (I Love You)
- 2. मेलिसा (Melissa)
- 3. माय डूम (My Doom)
- 4. कोड रेड (Code Red)
- 5. सैसर (Sasser)
- 6. स्टॉर्म वोर्म (Storm Worm)
- 7. कांफिच्कर (Conficker Virus)
- 8. बीस्ट ट्रोजन हॉर्स (Beast Trojan Horse)
- 9. क्रिप्टोलाकर (Cryptolocker)
- 10. स्तुक्स्नेट (Stuxnet)
- निष्कर्ष,
ये है दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कंप्यूटर वायरस
कंप्यूटर में वायरस आने की वजह से कंप्यूटर की सभी फाइल्स करप्ट हो जाती है। यह कंप्यूटर में मौजूद सभी फोटो, वीडियो, ऑडियो, डॉक्यूमेंट, पासवर्ड को डिलीट या हैक कर लेता है।
ये है अब तक के 10 सबसे खतरनाक कंप्यूटर वायरस:
1. आई लव यू (I Love You)
ILOVEYOU इतिहास का सबसे खतरनाक वायरस है। इसे एक वॉर्म के रूप में बनाया गया था। इस वायरस ने ई-मेल के जरिए पूरी दुनिया के कंप्यूटरों को क्रैश कर दिया था।
इससे इंटरनेट से कनेक्टेड दुनिया भर के 10 फीसदी कंप्यूटर प्रभावित हुए थे और इस वायरस 1,000 करोड़ डॉलर (लगभग 65000 करोड रुपए) का नुकसान हुआ था।
यह वायरस Love letter for you title के साथ जुड़ा रहता है। उपयोगकर्ता के इस मैसेज को खोलते ही यह वायरस एक्टिव हो जाता है। उसके बाद यह वायरस पूरे मेल सर्वर सिस्टम को क्रेश कर देता है।
इस वायरस के सिस्टम में आने के बाद यह उपयोगकर्ता के मेल बॉक्स में मौजूद 50 लोगों को ठीक वही मैसेज भेज देता है, जिस संदेश के माध्यम से वह इस उपयोगकर्ता के कंप्यूटर में आया था।
सब कुछ ऑटोमेटेकली होता है, ये लगातार लोगों का कंप्यूटर में पर उस करता रहता है। यह वायरस इतना ज्यादा खतरनाक है कि अब तक यह कई बैंकिंग सिस्टम को भी खत्म कर चुका है।
2. मेलिसा (Melissa)
26 मार्च 1999 को मेलिसा नामक वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी थी, इसी वजह से यह वायरस सुर्खियों में आया था। डेविड एल स्मिथ ने फ्लोरिडा के इग्जाटिक डांसर के नाम से इस वायरस को बनाया था।
इस वायरस के आने के बाद में एफबीआई ने वायरस बनाने वाली स्मिथ को पकड़ा था और उस पर $5000 का जुर्माना लगाया था। ईश्वर से करीब 8 करोड़ डॉलर (लगभग 520 करोड रुपए) का नुकसान हुआ था।
यह बारिश भी ईमेल के जरिए उपयोगकर्ता के कंप्यूटर में आ जाता था और आई लव यू वायरस की तरह यूजर के मेल बॉक्स में मौजूद 50 लोगों को ठीक वही मैसेज भेजा था।
यह वायरस जिस नेटवर्क पर हमला करता था उसे ओवरलोड कर देता था। इस कंप्यूटर वायरस का नाम फ्लोरिडा के डांसर के नाम पर रखा गया था।
3. माय डूम (My Doom)
My Doom वायरस ने 26 जनवरी 2004 को अपने झटके से पूरी दुनिया को हिला दिया था। इस वायरस से दुनिया भर में तकरीबन 2000000 कंप्यूटर इनफेक्टेड हुए थे।
यह वायरस “Mail transaction failed” जैसे शीर्षक के साथ आता है और मेल बॉक्स ऐड्रेस बुक में शामिल होकर डाटा को समाप्त कर देता है।
इस खतरनाक कंप्यूटर वायरस की वजह से करीबन 3800 करोड़ डॉलर (लगभग 2.47 लाख करोड रुपए) का नुकसान हुआ था।
4. कोड रेड (Code Red)
Code Red इतिहास के सबसे खतरनाक कंप्यूटर वायरसों में शामिल है। इस बार ऐसे 2001 में दुनिया भर में तबाही मचाई थी। इस वायरस के हमले से कई महीने तक इंटरनेट सेवाएं प्रभावित रही थी।
इस वायरस के लिए किसी ईमेल अटैचमेंट क्या किसी फाइल पर रन करने की जरूरत नहीं थी, इसके लिए तो सिर्फ इंटरनेट कनेक्शन ही काफी था। इससे 10 लाख कंप्यूटर डैमेज हुए थे।
इस वायरस ने 4 लाख से ज्यादा सरवर को नुकसान पहुंचाया था। इससे करीब 260 करोड़ डॉलर (लगभग 17 1000 करोड रुपए) का नुकसान हुआ था।
5. सैसर (Sasser)
Sasser नामक वर्ष 2004 में सुर्खियों में आया था। इस वायरस से विंडोज ओएस पर चलने वाले कंप्यूटर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। कंप्यूटर में घुसने के बाद यह वायरस आईपी एड्रेस स्कैन कर अन्य सिस्टम को टारगेट करता है।
यह वायरस माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम Windows XP और Windows 2000 के कमजोर संस्करणों को चलाने वाले कंप्यूटर को प्रभावित करता था।
इस वायरस की वजह से तकरीबन 10 लाख कंप्यूटर खराब हुए थे और करीब 1800 करोड डॉलर (लगभग 1.17 लख रुपए) का नुकसान हुआ था।
6. स्टॉर्म वोर्म (Storm Worm)
Storm worm एक बैकडोर ट्रोजन हॉर्स है जो Microsoft Operating System का उपयोग करके कंप्यूटरों को प्रभावित करता है। इसी 17 जनवरी 2007 को खोजा गया था।
यह बारिश मेल में आने वाली लिंक पर क्लिक करते ही फोन में इंस्टॉल हो जाता है। जैसे ही यह सिस्टम में डाउनलोड होता है, हैकर्स उस कंप्यूटर को अपने नियंत्रण में ले लेते हैं।
कंप्यूटर में इस वायरस के आने के बाद कंप्यूटर काम करना बंद कर देता है। इस वायरस ने लगभग 10 मिलियन कंप्यूटरों को टारगेट किया था।
7. कांफिच्कर (Conficker Virus)
यह कंप्यूटर वायरस विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटरों को ज्यादा प्रभावित करता है। इस वायरस का यूज़ फाइनेंसियल डाटा और इंफॉर्मेशन चुराने के लिए किया जाता है।
इस वायरस के आने के बाद यह लोकल नेटवर्क से कनेक्टेड दूसरी डिवाइस को भी इन्फक्ट करता है। यह करोड़ों सरकारी ऑफिस, बिजनेस और ओम कंप्यूटर्स को प्रभावित कर चुका है।
8. बीस्ट ट्रोजन हॉर्स (Beast Trojan Horse)
यह वायरस कंप्यूटर में डाउनलोड होते ही पूरे सिस्टम को कंट्रोल कर लेता है और कुछ ही सेकंड में कॉपी होकर अपने आप की हजारों फ़ाइलें बना लेता है।
इस कंप्यूटर वायरस से Infected System पर Hacker आपके फाइल मैनेजर, रजिस्ट्री एडिटर, वेबकैम, पावर ऑप्शन, रिमोट आईपी स्कैनर आदि पर पूरा कंट्रोल कर लेता है।
9. क्रिप्टोलाकर (Cryptolocker)
Cryptolocker virus विंडो चलाने वाले कंप्यूटर पर लक्षित Trojan horse ransomware का एक रूप है। यह कंप्यूटर में इस बम को फैलाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करता है।
जैसे कि ईमेल, एक बार कंप्यूटर के इससे संक्रमित होने के बाद यह हार्ड ड्राइवर कुछ फाइलों को इंक्रिप्ट करने और आरएसए सार्वजनिक कुंज से जुड़े माउंटेड स्टोरेज में मौजूद फाइलों को लॉक कर देता है।
Lock गई फाइलों को अनलॉक करने के लिए एक समय सीमा के तहत फिरौती का भुगतान करना होता है। फिरौती आमतौर पर प्रीपेड नगद या बिटकॉइन में होती है।
10. स्तुक्स्नेट (Stuxnet)
इस बारिश ने कंप्यूटर भारत से अलग वाटर ट्रीटमेंट, ऑयल पाइपलाइन, गैस पाइपलाइंस और पावर ग्रिड से जुड़े सिस्टम स्कोर इनफेक्टेड किया था।
इस वायरस के बारे में कहा जाता है कि यह वायरस किसी बी सिस्टम में घुस सकता है और उसे मैन्युफैक्चर करने के लिए फार्मूला चुरा सकता है।
माना जाता है कि इस्राइली रक्षा बल ने अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर इस वायरस को बनाया था। इसका मकसद था, ईरानियों के परमाणु प्रयासों को बाधित करना।
निष्कर्ष,
इस आर्टिकल में हमने दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कंप्यूटर वायरस के बारे में जाना। इन सबके अलावा WannaCry Ransomware attack भी बहुत खतरनाक था।
अगर आप अपने सिस्टम को इन सभी वाहनों से बचाना चाहते हो तो मेरी आपको सलाह है कि आप अपने कंप्यूटर में एक अच्छा एंटीवायरस इंस्टॉल करके रखें।
एंटीवायरस ना सिर्फ आपके कंप्यूटर को सुरक्षित रखेगा बल्कि आपको और आपके कंप्यूटर को चलाने वाले आपके परिवार के बाकी सदस्यों को भी इंटरनेट पर Dangerous चीजों से दूर रखेगा।
यह भी पढ़ें,
- Nipah Virus क्या है और इसके हमले से कैसे बचें?
- Anti-virus के बारे में 10 झूठी बातें जिनकी वजह से लोग एंटीवायरस use नहीं करते
अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
sir aap mujhe koi acha sa antivirus ka naam bata sakte hai plz
आप QuickHeal antivirus try कर सकते है, बहुत अच्छा है