यहां आपको बताया जाएगा की कामयाब और नाकामयाब व्यक्ति मैं कितना और क्या अंतर होता है। दुनिया मैं कोई ही ऐसा व्यक्ति होगा जो कामयाब होना नहीं चाहता हो मगर कामयाबी भी ऐसे ही थोड़े मिलती है उसके लिए भी हमें पूरी लगन से मेहनत करनी पड़ती है मगर बहुत से लोग समझते है की कामयाबी बिना मेहनत के मिल सकती है लेकिन कामयाबी बिना मेहनत के किसी को मिलना असंभव है जब तक आप मेहनत और पुरी लगन से काम नहीं करोंगे तब तक आप सफल नहीं हो पाओगे।
बहुत से लोग कामयाब लोगो को देखकर बोलते है की ये आदमी बिना मेहनत के सफल हुआ है। शायद उनको पता नहीं है की इस दुनिया में आज तक कोई ऐसा आदमी नहीं है जिसने मेहनत ना की हो। जबकि हमारे देश के महान पुरुष महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरु जैसे बड़े-बड़े व्यक्ति भी मेहनत मैं ही कामयाबी बताते थे।
ये हो सकता है की जो असफल है उसमे सफल व्यक्ति से कुछ अलग अंतर और आदत हो सकती है जिनकी वजह से वो कामयाब नहीं हो पाता. यहां मैं आपको successful man और unsuccessful man में अंतर बता रहा हूं।
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सफल और असफल व्यक्ति में कितना अंतर होता है
कामयाब आदमी में नाकामयाब आदमी से बहुत ज्यादा अंतर होता है क्युकी नाकामयाब व्यक्ति कामयाब व्यक्ति के बिल्कुल विपरीत पाया जाता है और उसके सोच विचार भी नकारात्मक पाये जाते है यानी जो आदमी नकारात्मक सोच रखता है उसे ही नाकामयाब कहा जाता है और ये बिल्कुल सच है क्योंकि जो लोग सफल होते है वो अपने हर काम को सकारात्मक सोच के साथ करते है और जो व्यक्ति सकारात्मक सोच रखते है वही कामयाब हो पाते है।
हमारे ऊपर नकारात्मक सोच का प्रभाव तब पड़ता है जब हम अपने आज को छोड़ कर अपने गुजरे हुये कल को याद करते है। अगर याद करना ही है तो अपने आने वाले कल को याद करो और सोचो की उसे ज्यादा बेहतर कैसे बनाया जा सकता है ताकि भविष्य में आपको अच्छा जीवन मिल सके।
चलिए कामयाब और नाकामयाब आदमी में अंतर जानते है. मैं आपको पहले कामयाब व्यक्ति के बारे मैं बताऊंगा ताकि आप समझ सके की आपकी सोच आपको कामयाब बनाने लायक है या नहीं।
कामयाब व्यक्ति की सोच (Successful)
कामयाब आदमी की पहली वजह होती है सच बोलना और इश्वर पर विश्वास रखना और जो आदमी सच बोलता है उसे इश्वर भी पसंद करता है जिसे सफलता जरुर प्राप्त होती है।
कामयाब व्यक्ति की सबसे बड़ी वजह होती है समय का सही तरह से उपयोग करना। और आपने सुना भी होगा की हमारे देश के महान पुरुष महात्मा गांधी भी समय मैं ही अपनी कामयाबी बताते थे और वो अपने हर पल का अच्छे से इस्तेमाल करते थे।
कामयाब व्यक्ति कभी भी अपने गुजरे हुये समय पर अफ़सोस नहीं जताते है और वो हमेशा अपने भविष्य के लिए मेहनत करते है। उनकी सबसे बड़ी खासियत होती है वो अपने किसी भी काम को पूरा जरुर करना है और ऐसे ही महान पुरुष थे जवाहर लाल नेहरु जो अपने किसी भी काम को अधुरा नहीं छोड़ते थे।
ये सच है क्युकी जो लोग अपने काम को अधुरा छोड़ते है उनको वो काम आगे अपने भविष्य मैं बाकी मिलता है और वो काम उनको वहा करना पड़ता है उस काम के चक्कर में वो अपने भविष्य के बारे में भी सोच नहीं पाते है। इसलिए कहा गया है एक बार जो समय निकल जाता है वो वापस कभी नहीं आता है।
कामयाब आदमी अपने किसी भी काम को दुसरे लोगो के भरोसे अधुरा नहीं रखते है। कामयाब व्यक्ति कभी भी आलसी नहीं होता है। क्युकी आलस्य व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु है जो आदमी को कामयाब होने से रोक देता है।
जो आदमी कामयाब होता है वो बस अवसरों की राह देखता है की कब वो अवसर आयेगा जिसमे मैं अपने आपको और ज्यादा सफल बना सकता हूँ और वो अवसर उनके लिए जरुर आता है क्युकी उन्हें भरोसा है अपने आप पर की वे उस अवसर का अच्छा फायेदा उठा सकते है।
कामयाब आदमी कभी भी किसी के बारे ना बुरा नहीं सोचते है और ना ही किसी का बुरा करते है। जिसकी वजह से वो खुद भी अच्छा काम करते है। जिससे उसका एक उज्जवल भविष्य बनता है कामयाब व्यक्ति अपने साथ – साथ सभी का भला करता है और ऊपर वाला कामयाब उसे ही बनाता है जो सभी का अच्छा करता है।
कामयाब व्यक्ति उसे कहते है जो दुसरो की गलतीयों से भी अच्छाई प्राप्त कर सके। और बुरे काम को अच्छे काम में बदलना ही बहुत बड़ा पुन्य होता है। कामयाब व्यक्ति अपने जीवन मैं आने वाली हर समस्या का समाधान पहले से ही कर लेता है और अगर किसी काम का हल पहले से ही सोच लिया जाये तो उस काम में कामयाबी जरुर मिलती है।
नाकामयाब व्यक्ति की सोच (Unsuccessful)
नाकामयाब व्यक्ति की सोच और उसके काम करने के सल्लुक कामयाब व्यक्ति के बिल्कुल उल्टे बताये जाते है। दोस्तों नाकामयाब आदमी उन्हें कहा जाता है जो अपने काम को छोड़कर आवारा घूमते है और हर काम को उल्टा करने का साहस रखते है। अक्सर आपने देखा होगा की बहुत से लोग किसी काम को पुरा ना कर पाने पर बोलते है की हमारा भाग्य अच्छा नहीं है। बल्कि व्यक्ति अपना भाग्य खुद अपने ही हाथो से बनाता है।
जो लोग नाकामयाब होते है वो बस अपना समय व्यर्थ कामो मैं लगा देते है और उनके मन मैं मददगारी विचारो के बदले केवल विनाशकारी विचार प्रकट होते है। नाकामयाब आदमी को अपने सारे काम कठिन दिखाई पड़ते है और वो सोचते है की जिस व्यक्ति के पास पैसा है उसे ही सफल आदमी माना जाता है।
आज के ज़माने में कामयाब व्यक्ति उसे कहते है जिसके पास पैसा और धन-धौलत है उसे कोई नहीं पहचानता जिसके पास ईमान है।
अगर आपको भी सफलता प्राप्त करनी है तो सबसे पहले अपने विचार सकारात्मक बनाओ और हर काम को इतनी लगन और मेहनत से करो की आपकी मेहनत देखकर उपर वाला भी आपकी मेहनत का फल आपको देने के लिए मजबूर हो जाए।
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Thanks pappu