नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाये 10 तरीके

नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाए? नकारात्मक सोच से कैसे बचें? नकारात्मक विचारों से दूर कैसे रहें? Negative Thinking को दूर कैसे करें? बुरी सोच से छुटकारा पाने का उपाय? नकारात्मक सोच से छुटकारा पाने के उपाय? इस पोस्ट में मैं आपको कुछ ऐसी बातें बता रहा हूँ जो आपको नकारात्मक सोच से दूर रखेंगी।

नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाए

इन बातों को फॉलो करके आप नकारात्मक सोच से मुक्ति पा सकते है अपने बुरे वक्त में भी खुश रहे सकते है तो आईये जानते हैं उन अच्छी बातों को जो आपको negative सोच से बचा सकती हैं।

नकारात्मक विचार क्यों आते है? नेगेटिव सोच अत्यधिक चिंता, थकान और तनाव की वजह से आते है कभी – कभी negative thoughts की वजह हम खुद भी होते हैं लेकिन कुछ बातें ऐसी है जो आपको नकारात्मक सोच से दूर रख सकती हैं।

नकारात्मक सोच से छुटकारा पाने के आसान उपाय

आईये जानते है ऐसी कुछ बातें जो आपको नकारात्मक सोच से दूर रख सकती हैं!

1. नकारात्मक विचारों पर विश्वास करना सफलता की सबसे बड़ी रूकावट हैं।

2. नकारात्मक पर ज्यादा ध्यान न दें और अपने जीवन में सकारात्मक पर ध्यान केंद्रित करें।

3. नकारात्मक विचारों का कारण बनने से बचें।

4. सही रवैया अपनाने से नकारात्मक तनाव को सकारात्मक रुप में बदल सकते हैं।

5. आत्मविश्वास बनाए रखें, आत्मविश्वास की कमी ना आने दें क्योंकि ज्यादातर लोग आत्मविश्वास की कमी से नकारात्मक सोच के शिकार बनते हैं।

6. अपने अतीत के बारे में मत सोचों क्योंकि अतीत की गलतियों या भविष्य बनाने की चिंता ही नेगेटिव थिंकिंग का मुख्य स्रोत हैं।

7. नकारात्मक वातावरण में ना रहें, नेगेटिव थॉट्स वाले लोगों से दूर रहें।

8. हमेशा कुछ ना कुछ करते रहें अपने आप को व्यस्त रखें, कुछ काम नहीं है तो पॉजिटिव गाने सुनें या किताब पढ़ें।

9. ऐसे लोगों के साथ रहें जो खुश रहते है. हमेशा खुश रहने और हँसते रहने की कोशिश करें।

10. अगर कोई आपकी गलतियों पर हँस रहा है तो खुद को गलत मत समझो बल्कि सोचो की जिस – जिस पर जमाना हँसा है उसी ने इतिहास रचा हैं

अगर आप नकारात्मक सोच से बचना चाहते है तो ऊपर बताई 10 बातों को हमेशा ध्यान रखें मुझे उम्मीद है आप इन सकारात्मक बातों को फॉलो करके नेगेटिव सोच से छुटकारा पा सकते हैं।

नकारात्मक सोच से छुटकारा पाने के लिए स्वामी विवेकानंद की कहानी

एक बार स्वामी विवेकानंद जी कही जा रहे थे कही ब्रिज से जा रहे थे बहुत छोटा ब्रिज था उस ब्रिज के एक तरफ गहरा पानी होता है स्वामी जी के पीछे वहां कुछ बंदर लग जाते है बहुत सारे बंदर उसके पीछे पड़ जाते है और स्वामी जी को परेशान करते है स्वामी जी अपने आप को बचाने के लिए उन बंदरों से दूर भागने की कोशिश करते है।

तभी सामने से एक आदमी आता है और स्वामी विवेकानंद से बोलता है की आप इन बंदरों से डरों मत, आप जितना डरोगे ये बंदर आपको उतना ही डरायेंगे इनका सामना करोगे तो ये बंदर भाग जायेंगे।

इनका सामना करो इनसे डरो मत तो स्वामी जी उन बंदरों का सामना करने के लिए उनकी तरफ देखते है और उनकी आंखों से आंख मिलाकर चिल्लाते है और वो बंदर भाग जाते हैं।

हमारी जिंदगी में ये नेगेटिव थॉट्स भी इन बंदरों की तरह ही है आप जितना इन बंदरों से डरोगे ये आपको डरायेंगे और आपके पीछे – पीछे आते रहेंगे लेकिन जब रुककर पीछे मुड़कर इनका सामना करोगे यानि जो negative thoughts आ रहे है उनका सामना करोगे की आने दो जितने भी नकारात्मक विचार आ रहे है।

100 नेगेटिव थॉट्स आ रहे है आने दो ये हो जाएगा वो हो जाएगा से मैं नहीं डरने वाला क्योंकि मैंने एक पॉजिटिव thought पकड़ रखा है जो बहुत ज्यादा पावरफुल है मैं अपनी लाइफ में जो करना चाहता हूँ वो जो मेरा सकारात्मक विचार है वो उन हजार नेगेटिव विचारों से बहुत बड़ा हैं।

मतलब आपको नकारात्मक सोच से डरना नहीं चाहिए, अगर आप डरेंगे तो ये आप पर और ज्यादा हावी हो जाएगी. यदि आप इससे बचना चाहते है तो नेगेटिव थिंकिंग का ऐसे सामना कीजिए जैसे स्वामी विवेकानंद जी ने बंदरों का सामना किया था।

अगर आप स्वामी विवेकानंद की इस छोटी सी कहानी को और इस पोस्ट में बताई गई बातों को ध्यान में रखोगे तो आप नकारात्मक सोच से बच सकते है और हमेशा खुश रह सकते हैं।

अगर आपको इस पोस्ट की बातों से negative thoughts से छुटकारा पाने में मदद मिले तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ share करें ताकि आपकी वजह से कोई और भी नकारात्मक विचारों से बच सकें।

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About Jamshed Khan

मैं इस ब्लॉग का एडिटर हु और मुझे लिखने का बहुत शौक है। इस ब्लॉग पर मैं एजुकेशन और फेस्टिवल से रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूँ।

Comments ( 19 )

  1. suresh

    mara mind hamesa negetive sochta rahta hai aur kuch kaam karne ka man nahi karta aur kisi se mil kar baat karne ka man nahi karta dar sa lagta hai ki kahi gir na jau aur ankhoo main hames need rahta hai par need nahi aati aur sone se bhi soya jaisa nahii lagta aur khana khane ka man nahi karta aur ke hi jagah baithe rahna ka man rahta hai aur alshi lagta hai kyakaru 3 year se aisa chal raha hai aur kahi gumane jane ka man nahi karta aur sath hi kise se baat karne ka man nahi karta aur body bhi active nahi rahta hai kya karu har waqt sochta rahta hu uapy bataiye

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  2. karan

    Very good nyc help full ty so much dear

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  3. Abhi

    Hello mera bhi hal hai chalo dono milke khatam karte

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  4. Anita Dahariya

    Mai 4 saal se pareshan hu negative thought ki vajah se hamesha kuch galat hone ka dar lga rahta hai kya karu bahut ilaj kra li thik hi nhi hua

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  5. Yogesh yadav

    Bhot help Mili isse

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  6. Sanskriti

    Mai agr kuchh positive karu to mere
    Mn me sbse phle negative thoughts aate h
    Mai kitna bhi control q na kr lu bat or aane shuru ho jate h mai kru to kya kruu

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  7. meena

    muje numerical fobia hai time dekhne se bhut dr lgta hai kya krun….

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    • Ashutosh

      पॉजिटिव सोच जो हमे अच्छा बना सकता है १००% सही हैं

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  8. Nidhi Sen

    Mai Kabhi Gali ni deti but kuchh Dino se man me galiya a rhi h halanki Mai Kisi ki dene ke bare me ni sochti .phir bhi dimg me ate h . Aur bhut negative thoughts ate h . Try krti Hu ki ye SB na ho . Phir koi fyada no ho rha jis krn Mai Apne kam pe concentrate no kr pa rhi .

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    • जुमेदीन खान

      अपने दिल से नफरत ख़त्म कर दो, जो लोग आपको बुरा बोले उन्हें नादान समझ के माफ़ करो, हमेशा ये सोचो की आपके दिल में किसी के लिए खोट नहीं है, विचार बदल जायेंगे

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      • Kotwal maheboobkhan

        100 present sahi baat he dost or yahi Sach he

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        • Abharan Singh

          Khud ko busy rakho

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      • Divakar

        Nice sir, achha vichar hai.

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    • Yasmeen

      Aap jb bhi kisi ko gaali deti h toh bss kuch sec ke liye soche agr voi galiya koi aapko dega toh aapko kitna bura feel hoga
      Jb tk hm dusro ki feelings ko hurt krte rhnge tbtk hm khud khush kaise reh skte h
      Jb bhi aapko gussa aata h aapko negative thoughts aate h zahir h aap khud ko free time zada de rhi h isliye ye ho rha h
      Aap jb khud ko sach mein bzy rkhengi toh aisa possible hi nhi ki aapko negative thoughts aayenge
      Ek baar aap apne sacche mann se apne work pr concentrate krke dekhe ye negativity khud chli jayegi
      God bless you dear

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  9. Neha

    मुझे कुछ भी नहीं करने का मन करता है । डर लगता है लोगो के negativity baate pareshan krti h..

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    • जुमेदीन खान

      इसका उल्टा सोचो

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      • Nisha

        Agar aap sochte hai ki logo ki negative bate vo kya sochenge to aap logo ko mauka de rahe hai ye sochne ko hamesha achi life jio logo ki taraf dhayan na do aur jo karo to vo sahi hona chahiye galat na ho

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        • Ashutosh

          Positive 100% सोचो लाइफ बदल जायेंगे

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          • Arbaz

            Mujhe bhut nagative soch aati hai me duniya ka sabse nagetive sochne wala banda hu

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