कंप्यूटर आज हमारी जरुरत बन गया है हमारे 75% काम कंप्यूटर से होते है। अगर आज की दुनिया को computer world कहा जाए तो गलत नहीं है क्योंकि इसने दुनिया को बदल दिया है आपको भी computer के बारे में पता होना चाहिए। इस पोस्ट में मैं आपको कंप्यूटर के बारे में 10 झूठी बातें बता रहा हूँ जिन्हें अधिकतर लोग सच मानते हैं।
कंप्यूटर से जुड़ी ऐसी बहुत सी जानकारियां और बातें है जो झूठी होती है लेकिन फिर भी बहुत से लोग उन्हें सच मानते है और उन बातों पर विश्वास करते हैं इससे पहले मैं मोबाइल के बारे में भी कुछ ऐसी ही झूठी बातें स्मार्टफोन के बारे में 7 झूठी बातें बता चूका हूँ आईये आज computer के बारे में भी ऐसी कुछ झूठी बातों के बारे में जानते हैं।
दरअसल कुछ नये कंप्यूटर यूजर्स या कुछ लोगों को जिन्हें computer के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है ऐसे लोग कंप्यूटर के बारे में फैली झूठी अफवाओं पर आसानी से विश्वास कर लेते है वे इन्हें सच मानते है और ऐसे लोगों के द्वारा ये झूठी बातें फैलती जाती है जिन्हें सब सच मानते हैं।
कुछ लोग इन्हें आजमाये बिना ही इन बातों पर यकीन कर लेते है। शायद आप भी इन बातों को सच मानते हो, ये पता लगाने के लिए आपको इस पोस्ट में कंप्यूटर के बारे में 10 झूठी बातों के बारे में जान लेना चाहिए।
Computer के बारे में 10 झूठी बातें जिन्हें लोग सच मानते है
इन बातों को बहुत से लोग सच मानते है लेकिन ये सच नहीं बल्कि झूठी अफवाएं है जिन्हें हम जैसे कंप्यूटर यूजर ही फैलाते है और जब ये मश्शुर हो जाती है तो computer expert भी इन पर यकीन कर लेते है और सबको इन्हें सच बताते हैं जिसकी वजह से आज काफी लोग इन बातों को कंप्यूटर के बारे में रियल समझते हैं।
1. कंप्यूटर को हमेशा बंद करके ही छोड़ना चाहिए
अक्सर लोग यह कहते है की जब आपका काम पूरा हो जाये तो अपने कंप्यूटर को ऑफ करके रखना चाहिए नहीं तो आपका कंप्यूटर/लैपटॉप खराब हो सकता है इसलिए भूल से भी PC/laptop को on नहीं छोड़ना चाहिए।
सच: ये सरासर झूठ है, दरअसल computer और लैपटॉप दोनों में एक सिस्टम होता है आप जब भी अपने सिस्टम पर काम करके उसे चालु छोड़ देते है तो एक निश्चित समय के बाद कंप्यूटर sleep mode में चला जाता है जिससे इसकी सभी processing ऑफ हो जाती है जो कंप्यूटर को बंद करने के जैसे होता हैं।
बस अंतर इतना है की जब आप ऑफ कंप्यूटर को on करोगे तो वो फिर शुरू से स्टार्ट होगा और अगर आप sleep mode पर होने पर स्टार्ट करोगे तो आपके कंप्यूटर में वो सभी डाटा ओपन होगा जो आपने sleep mode में जाने से पहले ओपन था।
मगर कुछ लोग यह कहते है की कंप्यूटर को बंद करके छोड़ना चाहिए वरना खराब हो सकता है ये झूठ है इससे आपके कंप्यूटर और लैपटॉप पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है आप चाहे जितना समय अपने C/L को on छोड़ सकते है।
2. Computer में एंटीवायरस होने पर वायरस नहीं आ सकते
अधिकतर कंप्यूटर यूजर्स इस बात को सच मानते है की अगर कंप्यूटर में एंटीवायरस इनस्टॉल होगा तो वायरस नहीं आ सकते। इतना ही नहीं कंप्यूटर एक्सपर्ट भी ये मानते है की antivirus से कंप्यूटर सुरक्षित रहता है इस बात को सुनकर बहुत से कंप्यूटर उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर में anti-virus डलवा कर टेंशन फ्री हो जाते है और अपने कंप्यूटर को एंटीवायरस के भरोसे छोड़ देते हैं।
सच: आज इतने खतरनाक और डेंजर वायरस बनाये जा रहे है जो सुरक्षित से सुरक्षित एंटीवायरस को भी चकमा दे सकते है इस पता चलता है की सिर्फ एंटीवायरस होने पर आपका कंप्यूटर सुरक्षित नहीं है क्योंकि कंप्यूटर में एंटीवायरस होने पर भी वायरस आ सकते हैं।
इसलिए कंप्यूटर को एंटीवायरस के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता, वायरस से बचने के लिए समय समय पर antivirus से स्कैन करते रहें। यदि आपके कंप्यूटर में कोई वायरस आ भी जाता है तो एंटीवायरस उसके बारे में सूचित कर देगा आप उसे चेक करके डिलीट कर सकते हैं।
3. कंप्यूटर पुराना होने के बाद धीमा चलता है
अक्सर लोग कहते है की कंप्यूटर/लैपटॉप पुराना होने पर उसकी स्पीड स्लो हो जाती है अधिकतर लोग इस बात को सच मानकर नया कंप्यूटर या लैपटॉप ले लेते है और सोचते है की उनका पुराना कंप्यूटर किसी काम का नहीं है।
लेकिन सच तो ये है की धीमी गति का कारण पुराना कंप्यूटर नहीं होता बल्कि कंप्यूटर धीमा होने की कोई और वजह होती है जिनमे से कुछ के बारे में हमें पता भी नहीं चलता है। किसी भी कंप्यूटर की धीमी गति का कारण उसकी hard disk (memory) होती हैं।
हार्ड डिस्क में ज्यादा डाटा save होने पर computer में पर्याप्त जगह नहीं होती है जिसकी वजह से कंप्यूटर की booting बढ़ जाती है और wares (माल) को स्टार्ट होने में दिक्कत होती है या ज्यादा समय लगता है।
4. लैपटॉप की बैटरी को ज्यादा चार्ज करने से बैटरी खराब हो सकती है
बहुत से लोग मानते है की लैपटॉप की बैटरी को ज्यादा चार्ज करने से battery खराब हो सकती है और फटने की आशंका भी रहती है। मतलब अगर आप रात में लैपटॉप को चार्ज में लगा कर सो जाते है तो बैटरी ज्यादा चार्ज होने पर फट सकती है इसलिए लैपटॉप की बैटरी को ज्यादा समय तक चार्ज नहीं करना चाहिए।
मगर सच तो ये है की पुराने मॉडल के लैपटॉप के लिए ये सही बात थी लेकिन आज के laptops की बैटरीयों में कुछ अलग सिस्टम है इनमे कुछ ऐसी प्रोद्योगिकी है जिससे आप चाहे कितने समय भी चार्ज में लगा कर छोड़ दो पर बैटरी ओवर चार्ज नहीं होती हैं।
यदि आप अपन लैपटॉप को चार्ज में लगा कर छोड़ दोगे और आपको पता चलता है की बैटरी फुल गई है तो वो और ज्यादा चार्ज नहीं होगी बल्कि चार्ज होना बंद हो जाएगी। आपने नए लैपटॉप में शायद देखा हो की जब बैटरी फुल चार्ज हो जाती है तो लैपटॉप notification के माध्यम से सूचित करता है और चार्ज लगा होने पर भी चार्जिंग बंद हो जाती हैं।
5. एंटीवायरस इनस्टॉल करने से डाटा रिकवर हो जाता है
बहुत से लोग गलतफहमी में है की वायरस की वजह से डिलीट हुआ डाटा कंप्यूटर में एंटीवायरस इनस्टॉल करने से रिकवर किया जा सकता है मतलब वायरस के द्वारा craft की गई files को antivirus से सही किया जा सकता हैं।
मगर सच तो ये है की किसी भी anti-virus में data recover का आप्शन नहीं होता है। एंटीवायरस सिर्फ कंप्यूटर की सुरक्षा के लिए होते है हा एंटीवायरस से कंप्यूटर के डाटा को सुरक्षित तो रख सकते है लेकिन डिलीट हुए डाटा को रिकवर नहीं कर सकते हैं।
6. Notification आने पर अपडेट करना जरूरी है
बहुत से कंप्यूटर यूजर मानते है की नोटिफिकेशन मिलने पर कंप्यूटर, लैपटॉप को तुरंत अपडेट करना जरुरी होता है इससे सिस्टम सुरक्षित रहता है और अपडेट नहीं करने से कंप्यूटर खराब हो सकता है इसलिए कोई भी अपडेट नोटिफिकेशन मिलने पर upgrade करना जरुरी होता हैं।
मगर सच तो ये है की सिर्फ original विंडोज यूजर्स के लिए ये जरुरी है और वो भी notification मिलने पर अपडेट ना करने से कोई दिक्कत नहीं है वो सिर्फ अपनी जरुरत की updating को update कर सकते है और बाकि updates को छोड़ सकते हैं।
कॉपीराइट विंडोज उपयोगकर्ता को विंडोज अपडेट करने की कोई जरुरत नहीं है और वो कॉपीराइट विंडोज को अपडेट कर भी नहीं सकते है ऐसे में अगर आपको विंडोज अपडेट करने की सुचना प्राप्त होती है तो आपको उसे अपडेट करने कोई आवश्यकता नहीं हैं।
7. लैपटॉप की बैटरी फुल डिश होने पर ही चार्ज करनी चाहिए
कुछ लैपटॉप उपयोगकर्ता मानते है की लैपटॉप को पूरी तरह डिश होने पर ही चार्ज करना चाहिए अगर इसके बीच चार्ज करोगे तो बैटरी लाइफ कम हो जाती है इसलिए लैपटॉप की बैटरी 10% से कम या 0% होने पर ही फिर से चार्ज में लगानी चाहिए।
मगर सच तो ये है की लैपटॉप की बैटरी को आप जब चाहे चार्ज कर सकते हैं।
ओरिजिनल पर इस कोई बुरा असर नहीं पड़ता है और ना ही बैटरी की लाइफ कम या battery खराब होती है हालांकि old लैपटॉप की बैटरी पर इसका बुरा असर पड़ता था और उसकी बैटरी खराब हो सकती थी और उन्हें लैपटॉप स्टार्ट होने के वक्त भी चार्ज में नहीं लगा सकते थे लेकिन अब लैपटॉप में कुछ ऐसी प्रोद्योगिकी इस्तेमाल की जाती है की जिसकी वजह से आप लैपटॉप पर चार्जिंग के दौरान भी काम कर सकते हैं।
8. Gmail (ईमेल) का स्पैम बॉक्स ओपन करने से वायरस आ जाते है
जीमेल इनबॉक्स में एक स्पैम बॉक्स होता है जिसमे उन लोगों के संदेश होते है जिन लोगों को आप जानते नहीं है कुछ लोग मानते है की इन messages में वायरस होते है इन्हें ओपन करने से कंप्यूटर में वायरस आ जाते है इसलिए spam box को ओपन नहीं करना चाहिए।
वैसे ये बात सच है की spam box में आने वाले मेसेज virus message भी हो सकते है लेकिन ये सच नहीं है की spam folder को ओपन करने से वायरस आ जाते है बल्कि वायरस तभी आते है जब कोई इन messages में दिए गये link या मेसेज को ओपन करते है।
ऐसा कुछ भी नहीं है की spam box को ओपन करने से ही वायरस आ जाते है ये झूठ है आप बिना किसी चिंता के इस box को ओपन कर सकते है बस इन मेसेज में दिए गये लिंक पर क्लिक करने से बचें।
9. Error का मतलब कंप्यूटर में वायरस है
कुछ लोग इस बात को सच मानते है की कंप्यूटर में error आने की वजह वायरस है मतलब आपके कंप्यूटर में virus घुस गया है जैसे किसी भी folder को ओपन करने पर error आना या बिना कुछ किये कोई error आना, ऐसी स्तिथि में error आने का मतलब लोग समझते है की ये वायरस के लक्षण और उनके कंप्यूटर में वायरस ने गड़बड़ की हैं।
मगर कंप्यूटर के error दिखाने का मतलब ये नहीं है की उसमें वायरस है इसकी कोई और वजह भी हो सकती है और हो सकता है की जिद folder को ओपन करने पर error आ रहा है वो folder क्राफ्ट हो गया हैं क्योंकि कई बार craft फाइल्स होने पर भी error आता है इसका मतलब ये नहीं है की कंप्यूटर में वायरस आ गया है।
10. Computer में से डाटा डिलीट होने पर रिकवर नहीं किया जा सकता
बहुत से लोग मानते है की एक बार कंप्यूटर में से जो डाटा डिलीट हो जाता है उसे रिकवर नहीं किया जा सकता और फिर से उस डाटा को वापस प्राप्त नहीं कर सकते है मतलब जब आप किसी फाइल्स या folder को डिलीट कर देते है तो वो recycle bin folder में चला जाता है और इसमें से भी डिलीट करने के पर वो डाटा कंप्यूटर से हमेशा के लिए डिलीट हो जाता है फिर उसे रिकवर नहीं कर सकते हैं।
इस बात को सच कुछ इसलिए मानते है क्योंकि उन्हें डिलीट किया गया डाटा कंप्यूटर में कही पर नजर नहीं आता है जिससे वो समझते है की अब डिलीट किये गये डाटा को रिकवर नहीं कर सकते है।
मगर कंप्यूटर से परमानेंट डिलीट किया गया डाटा भी hard disk में save रहता है जहाँ से उसे data recover software की मदद से रिकवर किया जा सकता है आप किसी एक्सपर्ट से अपना डाटा रिकवर करवा सकते हैं।
निष्कर्ष
अब आपको पता चल गया होगा की कंप्यूटर के बारे में 10 झूठी बातें कौन-कौनसी है जिन्हें लोग सच मानते है अगर आप भी इनमे से किसी बात को सच मानते है तो अब आपकी गलतफहमी दूर हो गई होगी और आप जान गये होंगे की क्या सच और क्या झूठ हैं।
उम्मीद करता हूँ आपको इस पोस्ट में कंप्यूटर के बारे में 10 झूठी बातें जिन्हें लोग सच मानते है की जानकारी उपयोगी और अच्छी लगी होगी या आपको इनके अलावा कोई और झूठी बातें पता है जिन्हें लोग कंप्यूटर के बारे में सच मानते है तो उनके बारे में कमेंट में बता सकते हैं।
यदि आपको इस पोस्ट में कंप्यूटर के बारे में कुछ नया सीखने को मिला है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर साझा करें ताकि आपकी वजह से कोई और भी इस पोस्ट को पढ़ सकें।
Friends is post ko pathkar bahut si jankari mili.aor sach mein mujhe jyada iske baare mein jankari nahi thi
32bit operating system ko 64bit me change kr skte h
Plz
Briefly btao
uske lie apko operating software fir se dalna hoga. aur nye bar dalne ke samy 64 bit ko chunna hoga.
iske lie apke pas operating software ka 64 bit hona chahie.
Sar me ye janana chahta hu ki camputer or pco se sock ya karnt kyo lagta he
Becoz power ke bina computer work nahi karta.
Awesome Post Sir Ye post Mujhe badiya Lagi
dost mai format kar raha tha but galti se delete me click ho gaya aur all drive delete ho gaya ab sirf c drive hai drive kaise layen please help me
don’t worry aapka sabhi data recover ho jayega. aap kisi computer shoap par ja kar data recover karwa sakte ho. khud data recover sofware use mat karna warna hard drive kharab ho sakti hai.