समस्त नारी जाति को समर्पित कविता और पंक्तियाँ (दिल छू जाने वाली बातें)

नारी का अस्तित्व: आज हम नारी सम्मान के बारे में बात करेंगे। जानता हूं ये आर्टिकल अलग है, लेकिन संपूर्ण नारी जाति को समर्पित दिल को छू जाने वाली जो बातें मैं यहाँ बताने वाला हूं, उनसे आपके दिल में नारी जाति के प्रति सम्मान जाग उठेगा। मेरा वादा है कि ये आर्टिकल आपको बहुत-बहुत पसंद आएगा।

नारी जाति को समर्पित कविता और पंक्तियाँ - नारी का अस्तित्व

नारी मां, बेटी, बहन, पत्नी इत्यादि हर रूप में अनोखी होती है और रूप में व्यक्ति का साथ बेटी है। नारी शक्ति का कोई तोड़ नहीं, लेकिन फिर भी वह अपने हक से दूर रह जाती है।

हमारा यह लेख विशेष रूप से महिलाओं पर बनाया गया है, इसमें इतनी खूबसूरत बातें बताई गई है कि ये बातें आपके दिल को छू जाएंगी आपके मन में नारी के प्रति सम्मान जाग उठेगा।

मैं पढ़ने के बाद आपको समझ आ जाएगा कि वास्तव में औरत हमारे जीवन में कितना महत्व रखती है और हमारे लिए क्या-क्या करती है।

संपूर्ण नारी सम्मान में समर्पित अच्छी बातें, कविताएं और पंक्तियां जो दिल को छू जाए

नारी सम्मान की मूरत है, नारी घर की दौलत है, नारी की वजह से ही घर, घर है। ये बात हम सभी जानते हैं लेकिन ना जाने क्यों उसे सम्मान देना भूल जाते हैं।

  1. जब तक सहती रही तो जानकारी संस्कारी थी, जब वो बोल पड़ी तो बदतमीज हो गई।
  2. जिस दिन कोई मर्द औरत पर हाथ उठाता है, उसी दिन वो मर्द से “नामर्द” हो जाता है।
  3. औरत की लंबी जुबान का शिकवा तो हर कोई करता है, मगर गूंगी लड़की से शादी करने के लिए कोई तैयार भी नहीं होता।
  4. लोग कहते हैं कि बेटियों का कोई घर नहीं होता, बेवकूफ ये नहीं समझते कि बेटियों के बिना कोई घर, घर नहीं होगा।
  5. पुरुष जिस्मानी तौर पर मजबूत होता है, लेकिन संयम और धैर्य के मामले में वो नारी का मुकाबला नहीं कर सकता, अगर बात चरित्र की की जाए तो नारी पुरुष से जो गुनाह चरित्रवान होती है।
  6. औरत अगर रिश्ता निभाना चाहे तो झोपड़ी में भी खुश रह सकती है, लेकिन अगर औरत रिश्ता निभाना चाहे तो महलों को भी ठुकरा देती है।
  7. बाप का दर्द समझती है, मां के आंसू पहुंचती है, भाई के दुख को लेकर उन पर अपना सुख लुटा देती है और पति का दुख बांटते बांटते जीवन गुजार देती है।
  8. जहां महिलाओं का सम्मान होता वहां देवता बसते हैं।
  9. जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता, वो घर बर्बाद हो जाता है।
  10. तू ही दुर्गा का रूप, तू ही काली है, कमजोर न समझ खुद को, तो इस युग की नारी है।

नारी सम्मान में कही गई इन कविता लाइन (lines), पंक्तियां और बातों को आप नारी दिवस पर अपने स्कूल में नारी शक्ति स्पीच, नारी दिवस निबंध, नारी कविता इत्यादि के लिए उपयोग कर सकते हो।

इन बातों को अपने परिवार, दोस्तों, रिश्तेदारों और जानकारों के साथ शेयर करना बिल्कुल ना भूलें। क्योंकि इन्हें पढ़ने के बाद उनके मन में भी नारी के प्रति सम्मान जाग उठेगा।

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by: Jamshed Khan

मैं इस ब्लॉग का एडिटर हु और मुझे लिखने का बहुत शौक है। इस ब्लॉग पर मैं एजुकेशन और फेस्टिवल से रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूँ।

Comments ( 1 )

  1. वाह;आपकी लेखनी की तो दात देनी पड़ेगी क्या लिखते है आप| दिल को छु लेती है आपकी हर कविता।

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