डिजिलॉकर क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करें?

मोदी सरकार ने अपने साल 2014-2024 के कार्यकाल के दौरान भारत में डिजीटल इंडिया क्रांति चलाई थी। इस क्रांति ने कई सरकारी स्कीम्स और पेमेंट्स को डिजीटल बना दिया था। पैसों के लेन-देन के साथ साथ कई ऐसी ऑनलाइन कंपनियां अस्तित्व में आई जो आपको घर बैठे बुकिंग, रिचार्ज जैसी सुविधाएं देती थी। उन्हीं में एक कंपनी है Digilocker, जहां आज हम इसी के बारे में बात करेंगे की ये डिजिलाकर क्या है और इसका उपयोग कैसे करें?

Digilocker क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करें?

इस ऐप को डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित रूप से Online Save करने के लिए लॉन्च किया गया था। इसको लॉन्च हुए करीब पांच साल हो चुके हैं लेकिन अभी भी ज़्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते।

इसीलिए आज हम आपको इस ऐप की विस्तार से जानकारी देंगे। इस आर्टिकल में आपको DigiLocker क्या है? कब, कहां और कैसे इस्तेमाल करें की पूरी जानकारी मिल जाएगी।

डिजीलॉकर क्या है – What is Digilocker in Hindi?

ड‍िजीटल लॉकर (Digital Locker) या डिजी लॉकर ( DigiLocker) एक तरह का वर्चुअल लॉकर है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2024 में लॉन्च किया था। ये भारत सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का अहम हिस्सा है।

इसके जरिये उपयोगकर्ता जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण-पत्र इत्यादि अहम दस्तावेजों को ऑनलाइन सुरक्षित रख सकते हैं। यह सुविधा पाने के लिए उपयोगकर्ता के पास भारत सरकार द्वारा अधिकृत आधार कार्ड होना चाहिए।

आसान भाषा में समझे तो, जिस तरह आप बैंक के लॉकर में अपने गहने आदि को सुरक्षित रखते हैं। ठीक उसी तरह डिजिटल लॉकर भी आपके डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित रखने का एक ज़रिया है।

बस फर्क सिर्फ इतना है कि यहां आप ऑनलाइन अपने डॉक्यूमेंट्स को सेव करते हैं। यानी इसे आप अपने महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट को सुरक्षित रखने की ऑनलाइन तिजोरी भी कह सकते हो।

आप सभी जानते हैं कि आज के समय में डॉक्यूमेंट्स कितने ज़रूरी हैं। अगर गलती से भी आपको कोई डॉक्यूमेंट खो जाए तो कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए ज़रूरी है कि आप उन्हें संभाल कर रखें।

हमारे पास Pan Card, Voter Id Card, Passport, Driving Licence, Birth Certificate, Income Tax Return जैसे कई Documents होते हैं जिनकी हमें अक्सर ज़रूरत होती है।

इन डॉक्यूमेंट्स को हम Manually तौर पर कैरी करते हैं जो कि थोड़ा मुश्किल होता है और साथ ही असुरक्षित भी। ऐसे में ज़रूरी है कि इन डॉक्यूमेंट्स को एक ही जगह पर रखा जाए ताकि इमरजेंसी में आपकी फैमिली भी इन Documents को आसानी से एक्सेस कर सकें।

मैन्युली तौर पर डॉक्यूमेंट्स रखने पर ऐसा संभव नहीं है इसीलिए पेपरलेस होना ज़रूरी है। हालांकि इसके लिए गूगल ड्राइव और ड्रॉपबॉक्स जैसे फ्री cloud storage का इस्तेमाल कर सकते हैं।

लेकिन ये दोनों ही अमेरिका (विदेशी कंपनी) द्वारा संचालित किए जाते हैं। इसीलिए इनमें आईटी अधिनियम के तहत कोई Direct Security नहीं मिलती है।

इन बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय सरकार ने Personal Cloud Storage Service उपलब्ध कराने के लिए Digilocker की शुरूआत की।

Digilocker भारत सरकार द्वारा दी गयी आपकी Personal Online Document Storage Facility है। डिजिटल लॉकर स्कीम के हर आवेदक के आधार से जुड़ा हुआ 10MB का व्यक्तिगत स्टोरेज स्पेस मिलता है।

जहां सुरक्षित रूप से ई-दस्तावेजों एवं URI लिंक को रखा जा सकता है। इन सभी कागज़ात को आप E-Sign भी कर सकते हैं जो Self Attestation के प्रोसेस के ही समान है।

Digilocker कितना सुरक्षित है?

Digi Locker की सुरक्षा (security) की बात करें तो ये उतना ही सुरक्षित है जितना की हमारा बैंक अकाउंट (bank account) या नेट बैंकिंग (Net banking) सुरक्षित है।

सुरक्षा के लिए, Digi locker में भी हमें एक यूजर आईडी (user id) और पासवर्ड (password) बनाना होता है। उसके बाद हमें उसे अपने आधार कार्ड से लिंक करना होता है।

साथ ही हमे अपना mobile number भी registered करना होता है। यह सभी प्रकिया करने के बाद ही आप ड‍िज‍ि लॉकर (digi locker) मे अपना अकाउंट (account) बना सकते है।

इतनी सुरक्षा तो किसी भी बैंक की वेबसाइट, नेट बैंकिंग में भी नहीं मिलती है, इसका मतलब यह बैंक की नेट सर्विस से कहीं ज्यादा सुरक्षित है।

डिजिलॉकर में क्या-क्या रख सकते हैं?

आपको यह बात भी पता होनी चाहिए कि आपकी जी लॉकर में क्या-क्या डाक्यूमेंट्स रख सकते हैं। ताकि आप इस का सही इस्तेमाल कर सकें।

डिजी लॉकर में निम्न डाक्यूमेंट्स रख सकते हैं,

  • Driving Licence
  • Registration Certificate
  • Pollution Certificate
  • Voter Id-Card
  • Pan Card
  • Income Tax Return
  • Property Tax की रसीद
  • स्कूल, कॉलेज की Marksheet
  • स्कूल, कॉलेज के Certificate
  • मकान, ज़मीन की रजिस्ट्री
  • अहम निजी, सरकारी Document

आइए अब जानते हैं कि इस डिजिटल लॉकर का इस्तेमाल किस तरह से किया जा सकता है।

डिजिलॉकर का उपयोग कैसे करें – How to use Digital Locker in Hindi

Digilocker का इस्तेमाल करने के लिए आपको थोड़ी सी गाइडलाइन की जरूरत होगी। इस पर अपने सभी कागज़ात को सुरक्षित रखने के लिए आपको इसकी वेबसाइट या ऐप पर अपना अकाउंट बनाना होता है।

चलिए हम आपको इसके बारे में step by step विस्तार के साथ बताते हैं।

डिजिलॉकर पर अकाउंट कैसे बनाएं?

Digilocker में अकाउंट बनाने के 2 तरीके (method) होते हैं।

  • आधार कार्ड के साथ
  • आधार कार्ड के बिना

पहले वाला तरीका आसान है, इसलिए हम पहले इसी के बारे में बात करते हैं।

1. Aadhaar Card Moethd

आप आधार कार्ड नंबर से डिजीलॉकर में Sign-Up कर सकते हैं।

  1. डिजीलॉकर, गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इसीलिए यहां से आप इस ऐप को इंस्टॉल कर सकते हैं।
  2. ऐप को ओपन करने के बाद साइन-अप करें।
  3. इसके बाद अपना मोबाइल नंबर डालें। आपको एक ओटीपी रिसीव होगा। ओटीपी को सब्मिट करें और अपना यूज़र नेम और पासवर्ड सेट करें।
  4. डिजीलॉकर अकाउंट बनाने के बाद आप Digilocker Account को आप फेसबुक या जीमेल से भी सिंक कर सकते हैं।
  5. आप अपने शैक्षणिक दस्तावेज और पहचान/पते का सबूत यहां स्कैन कर अपलोड कर सकते हैं।

यह था Digilocker पर ऐप के जरिए Sign-Up करने का तरीका। आप इसी तरीके को Website पर भी Use कर सकते हैं।

2. Non Aadhaar Method

इस मेथड में आप अपने मोबाइल नंबर को Authenticate कर और फिर Manually आपकी आइडेंटीटी और Address Proof को अपलोड कर साइन-अप कर सकते हैं।

Digitlocker पर अकाउंट बनाने के बाद आप उसमें अपने personal documents upload कर सकते हैं, चली इसके बारे में भी जान लेते हैं।

Digilocker में डॉक्यूमेंट्स कैसे अपलोड करें?

जब आप डिजिलॉकर पर अपना अकाउंट बना लेंगे तो आपको कागज़ात Upload करने के लिए upload Documents के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। Note- अपलोड किये जाने वाली प्रत्येक फाइल 1mb से अधिक नहीं होनी चाहिए।

  • Upload documents ऑप्शन चुनें।
  • उसके बाद Upload बटन दबाएं।
  • अब आप अपने डॉक्‍यूमेंट की लोकेशन चुनें।
  • इसके बाद फाइल को सिलेक्ट करें और ओपन बटन पर क्लिक करें।
  • Upload Documents लिस्‍ट में किसी भी डॉक्‍यूमेंट के लिए Select Doc Type पर क्लिक करें।
  • Drop Down List से डॉक्‍यूमेंट का टाइप Select करें और Save पर Click करें।

नोट:- ध्यान रखें कि आपकी Documents की फाइल का Format Jpeg, Pdf, Jpg, Png और  Bmp फॉर्मेट में ही होनी चाहिए।

E-Sign Document/Certificate: अपलोड किए गए प्रत्येक डॉक्यूमेंट के लिए अपलोडेड डॉक्यूमेंट सेक्शन में E-Sign लिंक होती हैं। इस पर क्लिक करने के बाद आपको एक OTP रिसीव होगा। इस OTP को एंटर करने के बाद E-Sign बटन पर Click करें।

एक और जरूरी बात आपको बता दूंगी एक समय में केवल एक Document ही E-Signed किया जा सकता है।

डॉक्यूमेंट्स शेयर कैसे करें?

अगर आप अपने ई-डॉक्यूमेंट्स को शेयर करना चाहते हैं तो आपको अपलोडेड डॉक्यूमेंट्स के सेक्शन में शेयर लिंक मिलता है। जिस पर क्लिक करने के बाद आपको ई-मेल दर्ज करने का कहा जाएगा।

आप जिससे अपने कागज़ात शेयर करना चाहते हैं, उसका ई-मेल टाइप करें और सेंड बटन पर क्लिक करें। आप एक बार में सिर्फ एक ही डॉक्यूमेंट शेयर कर सकेंगे।

Digilocker के फायदे – Benefits of Digilocker in Hindi

Digilocker के क्या-क्या फायदे हैं? यह बात तो आपको ऊपर दी गई जानकारी से पता चल गई होगी फिर भी आपको यहां पर इसके लाभ पॉइंट के हिसाब से बता देते हैं।

  • आप इसे दुनिया में कहीं भी और किसी भी वक्त एक्सेस कर सकते हैं।
  • आपको यहां सिक्योरिटी की गारंटी मिलती है। यानि आपके कागज़ात पूरी तरह सेफ है।
  • Original Documents और Certificates की कॉपियों को अब Digital तरीके से रखा जा सकता है और ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, मार्कशीट्स जैसे कुछ Certificates को अब कॉपी करके रखने की जरूरत नहीं है। क्योंकि Signed कॉपियों को सोर्स से प्राप्त किया जा सकता है जिससे वे Certificate की Verified Record Copy बन जाते हैं।
  • वेरिफाइड रिकॉर्ड होने के कारण आप अपनी कॉलेज या स्कूल की मार्कशीट सीधे अपने डिजी अकाउंट में पा सकते हैं। मान लीजिए आपने किसी कॉलेज से पढ़ाई की है आपकी मार्कशीट सीधे आपके डिजीलॉकर में जारी की जा सकती है।
  • DigiLocker में कभी भी डॉक्यूमेंट ख़राब नहीं हो सकते।
  • यहां कागज़ात सेव करने के बाद खोने का डर नहीं होगा।
  • आपको हर वक्त इंटरव्यू में अपने साथ डॉक्यूमेंट्स कैरी करनी की कोई ज़रूरत नहीं होगी। यहां तक कि आप अपनी कंपनी को कागज़ात का लिंक दे सकते हैं जिससे आपके दस्तावेज की जांच आसानी से हो जाएगी।

ऐसे और भी कई फायदे हैं, जो हमें डिजी लॉकर से प्रदान होते हैं, इसका इस्तेमाल करके हम अपने डाक्यूमेंट्स को सुरक्षित रख सकते हैं। यह बहुत बड़ी बात है कि हमारे डॉक्यूमेंट सरकारी वेबसाइट पर सुरक्षित रहते हैं ना कि किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट पर।

सारांश,

दोस्तों, इस पोस्ट में हमने सरकार की उस ज़रूरी स्कीम के बारे में बताया जो वाकई आज के दौर की सबसे बड़ी ज़रूरतों में से एक है। हमने जाना कि डिजिलॉकर क्या है इसका उपयोग कैसे किया जाता है?

साथ ही इस आर्टिकल में हमने आपको डिजिटल लॉकर की सुरक्षा और फायदों के बारे में बताया है। हम उम्मीद करते हैं कि अब आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी हो गई होगी और आप उसका इस्तेमाल भी करोगे।

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सरकारी स्कीम के बारे में अपने दोस्तों को भी जरूर बताएं ताकि वह भी इसका इस्तेमाल करके लाभ उठा सकें।

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About भावना गुप्ता

मैं भावना पेशे से एक न्यूज़ रिपोर्टर हु, साथ ही मुझे लिखने का भी शौक है। इस ब्लॉग पर मैं Howto, हेल्थ और एजुकेशन वाले आर्टिकल शेयर करती हु।

Comments ( 1 )

  1. ravi

    आपके इस लेख से हमे ड‍िजीटल लॉकर के बारे में पढ़ कर अच्छा लगा.

    Reply

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