तहसीलदार (Tehsildar) कैसे बने? इसके लिए योग्यता, सैलरी

हर किसी का अपने जीवन में एक अच्छे मुकाम तक पहुंचने का सपना होता है। अपने सपने को पूरा करने के लिए लोग मेहनत भी करते हैं लेकिन किसी भी सपने या लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत के अलावा सही मार्गदर्शन का होना भी बहुत जरूरी होता है। ऐसे ही कई अभ्यर्थियों का सपना तहसीलदार बनने का होता है, वे मेहनत तो करते हैं लेकिन अच्छा मार्गदर्शन नहीं मिलने की वजह से सफल नहीं हो पाते हैं। उनके मार्गदर्शन के लिए हम यह आर्टिकल लिख रहे हैं जिसमें हम तहसीलदार क्या होता है, इसके लिए योग्यता, Tehsildar कैसे बनते हैं? के बारे में डिटेल्स के साथ बता रहे हैं।

Tehsildar kaise bane

अगर आप भी तहसीलदार बनने का सपना देख रहे हैं तो सबसे पहले यह बात जान लें कि, तहसीलदार की तैयारी शुरू करने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें।

जैसे, तहसीलदार का काम क्या होता है, इसके अधिकार क्या होते हैं, तहसीलदार बनने के लिए क्या-क्या योग्यता होना चाहिए, साथ ही तहसीलदार की सैलरी कितनी होती है आदि।

हमारे इस आर्टिकल में आपको तहसीलदार से रिलेटेड इन सब टॉपिक के बारे में details के साथ बताया जाएगा। जिसे पढ़ने के बाद आपको तहसीलदार के बारे में पूरी जानकारी हो जाएगी।

तहसीलदार क्या होता है? What is Tehsildar in Hindi

हमारे देश में अनेक राज्य होते हैं और प्रत्येक राज्य कई जिलों से मिलकर बना होता है और एक जिले में अनेक तहसील होते हैं। उन तहसील में रहने वाले प्रभारी अधिकारी को तहसीलदार कहा जाता है।

तहसीलदार एक कर अधिकारी होता है जो राजस्व प्रशासन में मुख्य अधिकारी होता है। तहसीलदार का काम मुख्य रूप से राजस्व संग्रहण और पर्यवेक्षण करना होता है।

भूमि से संबंधित विवाद और समस्या का निवारण करने और राजस्व संग्रह की जिम्मेदारी एक तहसीदार की होती है। इसके अलावा, भूमि अधिग्रहण के मामले, साथ ही प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान के लिए तत्काल राहत अभियान प्रारंभ करना भी तहसीलदार का कार्य होता है।

तहसीलदार कैसे बने? How to Become Tehsildar in Hindi

यदि आप तहसीलदार बनना चाहते हैं तो आपको मेहनत के साथ पढ़ाई करनी होगी। साथ ही, आपके अंदर तहसीलदार पद के प्रति लगन और रूचि होनी चाहिए।

अगर आपके अंदर तहसीलदार की नौकरी के लिए लगन होगी तभी आप अपने लक्ष्य पर फोकस कर सकते हैं। फोकस और एकाग्रता के साथ की गई तैयारी आपके लिए अपने लक्ष्य को संभव बना देगी।

तहसीलदार बनने के लिए पहले आपको नायब तहसीलदार के रूप में select होना होगा।

यदि आप नायब-तहसीलदार बनना चाहते हैं तो आपको राज्य लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित परीक्षा से गुजरना होगा। यह सिविल सेवा एग्जाम होता है।

राज्य लोक सेवा आयोग की यह परीक्षा पास करने के कुछ समय बाद तहसीलदार के रूप में आपका प्रमोशन कर दिया जाता है।

अब आपने यह तो जान लिया कि, तहसीलदार कैसे बने? आईये अब यह भी जान लेते हैं कि, तहसीलदार बनने के लिए क्या-क्या योग्यता चाहिए होती है।

तहसीलदार बनने के लिए योग्यता (Qualification to become Tehsildar)

तहसीलदार बनने के लिए आपके पास बैचलर डिग्री होनी चाहिए। साथ ही, अभ्यर्थी किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पास होना चाहिए, किसी भी स्ट्रीम में।

तहसीलदार बनने के लिए उम्र 21 से 40 वर्ष होनी चाहिए। इसके अलावा, OBC के लिए 3 वर्ष और SC/ST श्रेणी के उम्मीदवार के लिए 5 वर्ष की छूट दी गई है।

तहसीलदार चयन प्रक्रिया (Tehsildar Selection Process)

आपको बता दें, यदि किसी भी राज्य में आप है हर एक राज्य में इस परीक्षा के तीन चरण होते है जिन्हें आपको पास करना होता है। जो इस प्रकार है।

तहसीलदार बनने के लिए दी जाने वाली परीक्षा के तीन चरण होते हैं। यदि आप इन टेस्टस को पास कर लेते हैं तो आपका तहसीलदार के रूप में चयन हो जाता है।

  • जाँच परीक्षा (Screening Test)
  • मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
  • साक्षात्कार (Interview)

Screening Test: इस परीक्षा में सबसे पहले आपको स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना होता है जिसमें उम्मीदवार से सामान्य ज्ञान के निर्धारित कुछ multiple choice प्रश्न पूछे जाते है। साथ ही, यह एग्जाम उम्मीदवार के रिजल्ट पर आधारित होता है।

Mains Exam: यदि आप जाँच परीक्षा में सफल हो जाते है, तो आपको मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता है मगर इस एग्जाम में पास होने के लिए बहुत मेहनत के साथ पढ़ाई करनी होती है तभी आप इसमें सफल हो सकते है। क्योंकि, यह परीक्षा स्क्रीनिंग टेस्ट से भी ज्यादा कठिन होती है।

Interview: अगर अभ्यार्थी इन दोनों परीक्षाओं में पास हो जाता है तो उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है और अभ्यार्थीयों से कुछ ऐसे सवाल पूछें जाते है। जिसमें उम्मीदवारों की योग्यता आकलन को जांचा-परखा जाता है, कि उम्मीदवार से पूछें गये प्रश्नों के उत्तर सही है या नहीं, यदि सही है तो उन्हें सफल के रूप में योग्य माने जाते है।

अभी तक आपने तहसीलदार के रूप में प्रक्रिया के बारे में जाना, लेकिन आपको तहसीलदार की तैयारी कैसे करते है कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को भी जानना आवश्यक है। तो आइये नीचे जान लेते है।

तहसीलदार की तैयारी कैसे करे (How to Prepare for Tehsildar)

अगर आप तहसीलदार की तैयारी एक लक्ष्य एवं टारगेट के साथ ही, टाइम-टेबल के अनुसार करते है और जो हमारे द्वारा कुछ टिप्स बताए जा रहे है आपके लिए helpful साबित हो सकते है। जो निम्न प्रकार है।

  •  प्रत्येक अभ्यार्थी की उस राज्य से संबंधित इतिहास व भूगोल की अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
  • इसके अलावा, आपको राज्य के सामान्य ज्ञान, इतिहास,भूगोल से संबंधित प्रमाणिक पुस्तकें ही पढ़नी चाहिए।
  • तहसीलदार की एक नागरिक सेवा परीक्षा है जिसमे अभ्यार्थी को उच्च स्तर के आधार पर तैयारी करनी चाहिए।
  • इस परीक्षा में आपको देश की नवीनतम घटनाक्रम तथा अंतराष्ट्रीय की सही जानकारी होनी चाहिए।
  • इसमें आपको प्रति दिन एक दैनिक अख़बार पढ़नें की आवश्यकता है ताकि प्रतिदिन अपडेट रह सकें।
  • यदि आप चाहे तो तहसीलदार के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें भी पढ़ सकते है।
  • आप पुस्तकों के माध्यम से नोट बना कर भी आप परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर सकते है।
  • तहसीलदार की तैयारी करने के लिए हिंदी विषय को भी पढ़ते रहना चाहिए।
  •  पर्यावाची, विलोम, मुहावरे, लोकोक्तियों, शब्द रूप, समास आदि बिंदुओं का अभ्यास करते रहें।
  • तहसीलदार की परीक्षा में सफल होने के लिए समय प्रबंधन अत्यधिक महत्व रखता है।
  • इस में आपकी किसी भी विषय की समझने की क्षमता को जांचा जाता है इस लिए अभ्यास अच्छी तरह करें।
  • इस परीक्षा में अभ्यार्थी के सामान्य ज्ञान के स्तर को अच्छी तरह से जांचा जाता है तो अध्यनरत रहें।
  • आपको ध्यान रहे की पुस्तक प्रमाणित होनी चाहिए, अन्यथा गलत जानकारी के कारण निगेटिव मार्किंग हो सकती है।
  • अभ्यार्थी को तहसीलदार बनने के लिए पिछलें कुछ वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करता रहना चाहिए।
  • तहसीलदार के रूप में प्रश्नों का स्तर और पैटर्न को अच्छी तरह समझना चाहिए। साथ ही, प्रयास करते रहें।
  • आपको अपना आत्मविश्वास और धैर्य बनाए रखनें की बहुत जरूरत होती है क्योंकि, ओवर कॉन्फिडेंस नहीं होना चाहिए।
  • तहसीलदार परीक्षा के लिए आपको अच्छे शिक्षक या कोचिंग का सहयोग ले सकते है।
  • इसके अलावा कोचिंग संस्थान से अपनी कमजोरियों का पता लगाकर दूर कर सकते है।
  • मगर तहसीलदार परीक्षा की तैयारी इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन कोचिंग या यूट्यूब के आधार पर भी कर सकते है। लेकिन यह सभी तैयारी खुद पर निर्भर करती है।

यदि हमारे द्वारा बताई गई तहसीलदार बनने की कुछ टिप्स आपने साझा कर समझ लिया है तो तैयारी करने में आसान राहे हो सकती है। चलिए नीचे जानते है तहसीलदार और नायब तहसीलदार में  क्या-क्या अंतर होते है।

तहसीलदार और नायब तहसीलदार में अंतर

अगर देखा जाये तो तहसीलदार और नायब तहसीलदार के रूप में राजस्व और मजिस्ट्रेट कर्तव्यों में कोई ज्यादा अंतर होता है। मगर इनके बारे में जानना बहुत जरुरी है। तो आइये जानते है।

तहसीलदार: यह तहसील के प्रभारी अधिकारी होते है जो सहायक कलेक्टर ग्रेड I की शक्तियों के साथ विभाजित किया जाता है। इसके अलावा, अतिरिक्त तहसील के वरिष्ठ राजस्व अधिकारी के आधार पर कार्य करवाने की शक्तियां होती है। अपने क्षेत्र में किसी भी भूमि से संबंधित या अन्य कामों को सुलझाना तहसीलदार का कर्तव्य होता है।

नायब तहसीलदार: जब कि नायब तहसीलदार राजस्व अधिकारी के रूप में ग्रेड II की शक्तियों करते है, नायब तहसीलदार को उनके पद अनुसार शक्ति के साथ सम्मिलित नहीं किया गया है, इसके अलावा नायब तहसीलदार राजपत्रित अधिकारी के रूप में प्रमाण पत्र जारी करने में सक्षम नहीं होते है। लेकिन अन्य कार्य दोनों के सैम रहते है।

आपने अभी तक तहसीलदार और नायब तहसीलदार में भिन्नता को जाना, परंतु इनके कार्यों को भी जानना आवश्यक है। तो चलिए नीचे आसान शब्दों में जान लेते है। 

तहसीलदार के कार्य (Functions of Tehsildar)

आपको बता दें, बहुत से लोगों को कंफियुजन रहता है कि आखिर तहसीलदार के कार्य क्या रहते है इन सब बातों को जानने के लिए आप को नीचे बता रहे है। तो आइये जान लेते है।

  1. किसी भी राज्य के जिले की तहसील में कार्यरत तहसीलदार राजस्व से संबंधित रिकॉर्ड या रख-रखाव की जिम्मेदारी निभाते है।
  2. तहसीलदार के आधार पर जो भी तालुका से संबंधित कार्यों की जिम्मेदारी होती है उन सभी को निभते है।
  3. यह अपने निगरानी में काम करने वाले पटवारी और अन्य कानून का भी निरीक्षण करने की जिम्मेदारी रखते है।
  4. इनको सरकार द्वारा मुख्य रूप से राजस्व के आधार पर नियुक्त किया जाता है जिन्हें पूरी ईमानदारी से काम करना होता है।
  5. इसके अलावा फसल से संबंधित नुकसान होने पर मुआवजा भी तहसीलदार द्वारा प्रतिबंधित किया जाता है।
  6. इनके कई सारे निम्न कार्य होते है जो इनको करने होते है। साथ ही, इनको कई प्रकार की शक्तियां भी प्राप्त रहती है, यदि तहसीलदार चाहे तो शक्तियों को इस्तेमाल भी कर सकते है।

हम आशा करते है कि आपको तहसीलदार से रिलेटेड सभी जानकारी मिल गई होगी, लेकिन अब आप सोच रहे होंगे की तहसीलदार का वेतन कितना होता है। तो चलिए नीचे जानते है।

तहसीलदार की सैलरी (Tehsildar Salary)

मगर देखा जाये तो तहसील में शीर्ष पद पर कार्यरत तहसीलदार को बहुत अच्छा वेतन मिलता है। वहीं आपको बता दें, कि नायब-तहसीलदार को 9300 से लेकर 34800 रूपये प्रतिमहा मिलते है। साथ ही, ग्रेड पे 4800 रूपये होते है। जिसे बहुत सम्मान जनक वेतनमान कहा जा सकता है।

जब कि तहसीलदार को 15600 से लेकर 39100 रुपए प्रतिमाह तक मिलते है साथ ही, ग्रेड पे 5400 रुपए होते है। इसके अलावा, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के रूप में महंगाई भत्ते, यात्रा भत्ते, मकान किराया भत्ते, चिकित्सा भत्ते, पेंशन, मेडिकल आदि लाभ मिलता है।

निष्कर्ष,

दोस्तों, आज इस आर्टिकल में हमने आपको Tehsildar के बारे में बताया। तहसीलदार क्या होता है, तहसीलदार कैसे बने, तहसीलदार बनने के लिए योग्यता, तहसीलदार चयन प्रक्रिया, तहसीलदार की तैयारी कैसे करे, तहसीलदार के कार्य और तहसीलदार और नायब तहसीलदार में अंतर आदि। साथ ही, तहसीलदार सैलरी के बारे में भी बताया।

हम उम्म्मीद करते है कि, इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको तहसीलदार के बारे में संपूर्ण जानकारी मिली होगी। इसके अलावा, यदि अभी भी आपके मन में इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट के जरिए बता सकते है।

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अगर आपको Tehsildar क्या है और कैसे बने? की जानकारी अच्छी लगे तो सोशल मिडिया पर ज़रूर शेयर करें ताकि कोई और भी इसके बारे में जान सके। धन्यवाद!

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About Jamshed Khan

मैं इस ब्लॉग का एडिटर हु और मुझे लिखने का बहुत शौक है। इस ब्लॉग पर मैं एजुकेशन और फेस्टिवल से रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूँ।

Comments ( 1 )

  1. Monnu

    Saari jaankari acchi he magar konsa news paper hindi ya English
    Book kon si purchase kara
    Saara material kaha se cover kara
    I HAVE NO IDEA

    Reply

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